रविवार, 26 सितंबर 2010

राष्ट्रमंडल खेल : फिर हुई सुरक्षा की समीक्षा

राष्ट्रमंडल खेल की तैयारियों में भले ही चाहे जितनी देरी और परेशानी हो रही हो, लेकिन सुरक्षा इंतजाम पूरे पुख्ता होंगे। इसीलिए गृह मंत्रालय अपनी ओर से कोई कमी नहीं रखना चाहता। राष्ट्रमंडल खेलों को लेकर किए गए उच्चस्तरीय सुरक्षा इंतजामों की समीक्षा खुद केंद्रीय गृह सचिव जी. के. पिल्लई ने की। उन्होंने दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के साथ तमाम पहलुओं की समीक्षा की। यह बैठक रविवार शाम पुलिस मुख्यालय में हुई।

पिल्लई ने संवाददाताओं से कहा, 'मैंने दिल्ली पुलिस आयुक्त, दिल्ली के मुख्य सचिव, एनएसजी महानिदेशक और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। संपूर्ण समीक्षा में हमने कई मुद्दों पर चर्चा की। हमारा उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि केवल राष्ट्रमंडल खेल स्थल ही नहीं बल्कि पूरी दिल्ली सुरक्षित रहे।'

उन्होंने कहा, 'मैंने सीफोरआई नियंत्रण कक्ष का भी दौरा किया। एक स्थल को छोड़कर सभी स्थल सीफोरआई से जुडे़ हैं।' सीफोरआई दिल्ली पुलिस का एकीकृत नियंत्रण कक्ष है। पिल्लई ने कहा, 'अगर खेल स्थल हमे पहले दे दिए जाते तो हम ज्यादा बेहतर सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराते।' खेलों के दौरान मैराथन, पैदल चाल स्पर्धा और साइक्लिंग में भाग लेने वाले एथलीटों को हेलीकॉप्टर में सवार सुरक्षा दल और कमांडो सुरक्षा प्रदान करेंगे। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि त्वरित प्रतिक्रिया दल के अलावा कमांडो दस्ता और हेलीकॉप्टर सवार सुरक्षा दल सड़क पर आयोजित होने वाली खेल प्रतियोगिताओं के दौरान उन्हें सुरक्षा प्रदान करेंगे।

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